प्रेरक प्रसंग Secrets

“एक बूढ़ा आदमी आज खुश है, वह किसी भी चीज के बारे में शिकायत नहीं करता है, मुस्कुराता है, और यहां तक ​​कि उसका चेहरा भी ताजा हो जाता है।”

महात्मा गाँधी का सम्पूर्ण जीवन एक ऐसी किताब की तरह है जो हमें हर पेज को पलटने पर एक नयी शिक्षा देता है.

पंचतंत्र की कहानी: रंगा सियार – ranga siyar – the blue jackal story in hindi

पंचतंत्र की कहानी: संगठन की शक्ति – sangathan ki shakti

पंचतंत्र की कहानी: प्यासा कौवा

जरुर पढ़े : महात्मा गाँधी जी की प्रेरणादायक जीवनी

इस तरह व्यक्ति चलते-चलते आखिर महर्षि रमण के आश्रम में पहुंच गया। महर्षि जी अपनी पूजा पाठ और ध्यान के लिए तैयार हो ही रहे थे। व्यक्ति वहां पहुंच कर महर्षि का अभिवादन किया और वहीँ उनके पास बैठ गया

हंस ने हंसिनी को समझाते हुए कहा कि किसी तरह यहाँ आज की रात काट लेते हैं, क्योंकि अब मुझे समझ आ गया है कि यह जगह इतना सुनसान क्यों है। इस तरह का more info उल्लू जिस जगह पर रहेगा वहां वीरान तो रहेगा ना। 

गाँधी जी के ज़माने में छूआछूत का बोलबाला था. उनका उस ज़माने में अपनी ऐसी सोच रखना उनकी महानता को दर्शाता है.

बेचारे व्यक्ति को एक फूटी कौड़ी नसीब नहीं हुई वह जोर-जोर से रोता व सर को पटकता हुआ घर की तरफ वापस लौटा – उसने समय की कीमत को नहीं समझा इसलिए उसे पछताना पड़ा 

तब उल्लू ने हंस को आवाज लगाई – हे मित्र हंस, रुको कहां जा रहे हो। 

इसलिए छूआछूत का विरोध करे और इसे अपने जीवन से जड़ से उखाड़ फेंके.

छह बार की विश्व चैंपियन और ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज।

राई के दाने – भगवान बुद्ध की प्रेरणादायक कहानी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *